स्त्री 2 में फिर से हॉरर-कॉमेडी का धमाका है, जानें क्या यह देखने लायक है हमारी समीक्षा में।
परिचय
बहुप्रतीक्षित हॉरर-कॉमेडी फिल्म स्त्री 2 आखिरकार रिलीज़ हो चुकी है। पहली फिल्म की सफलता के बाद, दर्शक इस नई कहानी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। सवाल यह है कि क्या स्त्री 2 अपने पूर्ववर्ती फिल्म के स्तर पर खरा उतर पाएगी?
कहानी का सारांश
स्त्री 2 में, चंदेरी का भुतहा शहर एक नए आतंक का सामना कर रहा है। जहां पहली फिल्म में स्त्री मर्दों को उठा ले जाती थी, इस बार एक बिना सिर वाला भूत महिलाओं को निशाना बना रहा है। फिल्म इस नए मोड़ को पेश करते हुए, हॉरर और कॉमेडी के उस संतुलन को बनाए रखती है, जिसने पहली फिल्म को इतना पसंदीदा बना दिया था। इस नए किरदार का रहस्य दर्शकों को अंत तक बांधे रखता है।
कैरेक्टर और परफॉर्मेंस
पहली फिल्म के लोकप्रिय किरदार इस सीक्वल में वापस आए हैं, जिनमें राजकुमार राव, अपारशक्ति खुराना, और पंकज त्रिपाठी शामिल हैं। सभी कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों में उसी आकर्षण और कॉमिक टाइमिंग के साथ काम किया है, जो पहली फिल्म की पहचान थी। तमन्ना भाटिया जैसी नई जोड़ियां भी फिल्म में ताजगी लाती हैं। सभी किरदारों ने अपनी भूमिका को बखूबी निभाया है, और किसी भी किरदार को व्यर्थ नहीं किया गया है।
हॉरर और कॉमेडी का संतुलन
स्त्री की सबसे बड़ी खासियत थी उसका हॉरर और कॉमेडी का सही संतुलन। स्त्री 2 भी इस संतुलन को बनाए रखने में कामयाब रही है, जिससे दर्शक एक पल में डरते हैं और अगले ही पल हंसने लगते हैं। फिल्म का पहला हिस्सा खासकर कॉमेडी के लिए जाना जाएगा, जबकि दूसरे हिस्से में एक्शन और रहस्य पर ज्यादा जोर दिया गया है।
सिनेमैटिक अनुभव
दृश्य रूप से, स्त्री 2 एक शानदार अनुभव है। चंदेरी के डरावने और हास्यपूर्ण माहौल को बेहतरीन तरीके से कैद किया गया है। हालांकि, कुछ लोग VFX को थोड़ा कमजोर मान सकते हैं, खासकर आज के तकनीकी युग में। लेकिन फिल्म की कहानी और प्रस्तुतिकरण इन छोटी-मोटी खामियों की भरपाई कर देते हैं। बैकग्राउंड म्यूजिक और तमन्ना भाटिया का एक गाना भी फिल्म में जान डालता है।
पहली फिल्म से तुलना
स्त्री और इसके सीक्वल की तुलना करना स्वाभाविक है। पहली फिल्म जहां एक नया अनुभव लेकर आई थी, स्त्री 2 में यह मज़ा डबल हो गया है। हालांकि कहानी में हॉरर-कॉमेडी का वही रूप है, लेकिन नए खलनायक और बदलते किरदारों की वजह से यह फिल्म नई लगती है। अगर स्त्री को 100 अंक दिए जाएं, तो स्त्री 2 को आराम से 100 x 2 कहा जा सकता है।
प्रमुख बातें
फिल्म की सबसे बड़ी ताकत इसकी डायलॉग डिलीवरी और सिचुएशनल कॉमेडी में है। थिएटर में हर एक सीन पर लोग हंस रहे थे। फिल्म के कॉमिक मोमेंट्स और हॉरर सीन्स की टाइमिंग बेहतरीन है। इसके अलावा, फिल्म को बड़े स्त्री यूनिवर्स से जोड़ने के संकेत भी हैं, जिससे यह फिल्म और भी खास हो जाती है।
बॉक्स ऑफिस संभावनाएं
पहली फिल्म की सफलता और इस सीक्वल की चर्चा को देखते हुए, स्त्री 2 बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना रखती है। फिल्म में सभी हिट होने वाले तत्व मौजूद हैं – मजबूत प्रदर्शन, दिलचस्प कहानी, और भरपूर मनोरंजन। इससे कोई आश्चर्य नहीं होगा अगर स्त्री 2 पहले दिन की कमाई में पहली फिल्म को पार कर जाए।
निष्कर्ष
स्त्री 2 एक बेहतरीन फिल्म है, जो पहली फिल्म की सभी खूबियों को वापस लाती है – हास्य, हॉरर, और भावनाएं। कुछ मामूली खामियों के बावजूद, फिल्म दर्शकों को पूरी तरह से मनोरंजन करती है। अगर आप स्त्री यूनिवर्स के फैन हैं या बस अच्छी फिल्म देखना चाहते हैं, तो स्त्री 2 को मिस न करें।
अंतिम रेटिंग: 5 में से 4 स्टार्स।
नोट: फिल्म के अंत में दो क्रेडिट सीन हैं जो आने वाली फिल्मों की तरफ इशारा करते हैं, इसलिए अंत तक बने रहें।